
कुछ एहसास हवा की तरह होते है जिने हम देख नहीं सकते छू नहीं सकते पर फिर भी वो होते है। जिन्हे हम सिर्फ महसूस कर सकते है। हम किसी से दूर होकर भी उसके एहसास से जुड़े होते है। चाहे वो एहसास किसी का डर ही क्यों ना हो......
एक बड़ी सी महल जैसी हवेली में एक लड़का एक लड़की को अपनी पीठ पर बिठा अंदर लाता है और उससे कहता है।
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